अगर तुम्हे भी भुला दूं तो फिर प्यार किससे करूं। ज़िक्र मेरा आएगा महफ़िल में जब जब दोस्तो जिंदगी में कुछ नही आपके प्यार के सिवा। किसी को आशिकी तो किसी को शायरी नसीब होती है। अब मैं अक्सर मैं नहीं रहता तुम हो जाता हूँ इन आंखों को जब-जब https://hindishayri.godaddysites.com/f/shayari-in-hindi---%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%80-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%B0%E0%A5%80