ऊपर दिए गए लंबे मंत्र की तरह यह भी लंबा है, लेकिन उच्चारण में सरल है। वह इस प्रकार है- शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्। दैत्या-दैत्यानी, भूता-भूतिनी, दानव-दानिवी, नीशा चैरा शुचि-मुखा Keep regularity.Consistency is key. At the least discover a https://andreoxejp.idblogz.com/34741659/hanuman-can-be-fun-for-anyone